Chapter 6 उद्योग (Industries) Class 10 NCERT भूगोल

 

Explore India’s diverse industries, from textile to heavy
manufacturing, and their vital role in driving economic growth in Chapter 6.

Chapter 6 उद्योग (Industries)

Class 10 NCERT भूगोल: समकालीन भारत – 2 | Questions Answers

Updated for 2024-2025 Exams

Concept Map

1. Industry Classification (उद्योगों का वर्गीकरण)

  • Agriculture-Based Industries (कृषि आधारित उद्योग):
    जैसे – कपास, जूट, चीनी, वनस्पति तेल आदि उद्योग कृषि उत्पादों पर आधारित हैं।
  • Mineral-Based Industries (खनिज आधारित उद्योग):
    जैसे – लोहा, स्टील, एल्युमिनियम, सीमेंट उद्योग खनिज संसाधनों पर
    निर्भर हैं।
  • Small Scale and Large Scale
    Industries
    (लघु एवं वृहद
    उद्योग):

    लघु उद्योग
    जैसे हैंडलूम और बड़े उद्योग जैसे इस्पात उद्योग दोनों का महत्वपूर्ण योगदान
    है।


2. Importance of Industries in Economic Growth (आर्थिक विकास में उद्योगों का महत्व)

  • Employment Generation (रोजगार सृजन):
    उद्योग
    रोजगार के अवसर पैदा करते हैं
    , जिससे आर्थिक स्थिरता में मदद मिलती है।
  • GDP Contribution (सकल घरेलू उत्पाद में योगदान):
    उद्योग
    जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं
    , विशेष रूप से मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात।


3. Environmental Impact of Industries (उद्योगों का पर्यावरण पर प्रभाव)

  • Air and Water Pollution (वायु और जल प्रदूषण):
    उद्योगों से
    निकलने वाले कचरे और उत्सर्जन से वायु और जल प्रदूषित होते हैं।
  • Resource Depletion (संसाधनों का क्षरण):
    खनिजों और
    प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन पर्यावरणीय असंतुलन पैदा करता है।


4. Major Industries in India (भारत में प्रमुख उद्योग)

  • Textile Industry (कपड़ा उद्योग):
    यह उद्योग
    सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है और निर्यात के लिए महत्वपूर्ण है।
  • Iron and Steel Industry (लोहा और इस्पात उद्योग):
    आधारभूत
    ढांचे के निर्माण में इसका अहम योगदान है।
  • Cement Industry (सीमेंट उद्योग):
    सीमेंट
    उद्योग निर्माण कार्यों के लिए प्रमुख उद्योग है।


5. Challenges in Industrial Development (औद्योगिक विकास की चुनौतियाँ)

  • Infrastructure Limitations (बुनियादी ढांचे की सीमाएँ):
    बिजली, परिवहन और संचार सुविधाओं की कमी से
    उद्योगों की उत्पादकता प्रभावित होती है।
  • Environmental Regulations (पर्यावरणीय नियम):
    औद्योगिक
    उत्पादन के दौरान पर्यावरणीय नियमों का पालन करने में कठिनाई होती है।


6. Government Policies and Support (सरकार की नीतियाँ और समर्थन)

  • Industrial Policy (औद्योगिक नीति):
    सरकार
    उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए नीतियाँ बनाती है जैसे मेक इन इंडिया।
  • FDI and Investments (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और निवेश):
    विदेशी निवेश
    से उद्योगों में नवीन तकनीकों और पूंजी का आगमन होता है।

1. बहुविकल्पीय
प्रश्न (
Multiple Choice
Questions)

(i) निम्नलिखित में से कौन-सा उद्योग चूना पत्थर को
कच्चे माल के रूप में प्रयोग करता है
?

  • (a) इस्पात
  • (b) सीमेंट
  • (c) चीनी
  • (d) जूट

उत्तर:
(b) सीमेंट

(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा उद्योग कृषि उत्पादों
पर आधारित है
?

  • (a) कपड़ा उद्योग
  • (b) लोहे का उद्योग
  • (c) सीमेंट उद्योग
  • (d) इस्पात उद्योग

उत्तर:
(a) कपड़ा उद्योग

(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा उद्योग भारत का सबसे
पुराना उद्योग है
?

  • (a) कपड़ा उद्योग
  • (b) जूट उद्योग
  • (c) लोहा और इस्पात उद्योग
  • (d) सीमेंट उद्योग

उत्तर:
(a) कपड़ा उद्योग

(iv) कौन-सा राज्य भारत में जूट उत्पादन में अग्रणी
है
?

  • (a) बिहार
  • (b) पश्चिम बंगाल
  • (c) ओडिशा
  • (d) उत्तर प्रदेश

उत्तर:
(b) पश्चिम बंगाल


2. संक्षिप्त
उत्तर (
Short Answer
Questions)

(i) औद्योगिकीकरण क्या है?

उत्तर:
औद्योगिकीकरण का
तात्पर्य उन प्रक्रियाओं से है जिनमें बड़े पैमाने पर वस्तुओं का उत्पादन करने के
लिए विभिन्न उद्योगों की स्थापना और विकास होता है। यह आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण
हिस्सा है क्योंकि यह रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश की आर्थिक उन्नति में
सहायक होता है।

(ii) कृषि आधारित उद्योग क्या हैं? उदाहरण दीजिए।

उत्तर:
कृषि आधारित उद्योग
वे हैं जो कृषि उत्पादों को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करते हैं। उदाहरण के लिए
कपास
, जूट, चीनी उद्योग।

(iii) खनिज आधारित उद्योगों के दो उदाहरण दीजिए।

उत्तर:
खनिज आधारित उद्योगों
के उदाहरण हैं इस्पात और सीमेंट उद्योग
, जो खनिजों जैसे लौह अयस्क और चूना पत्थर पर आधारित होते हैं।

(iv) पर्यावरण पर उद्योगों का क्या प्रभाव होता है?

उत्तर:
उद्योगों से वायु,
जल और भूमि प्रदूषण
होता है। उद्योगों से निकलने वाला कचरा और धुएं पर्यावरण को हानि पहुंचाते हैं
,
जिससे प्राकृतिक
संसाधनों का क्षरण होता है और जलवायु परिवर्तन को बढ़ावा मिलता है।


3. लंबे
उत्तर (
Long Answer Questions)

(i) भारत में औद्योगिक विकास की प्रमुख चुनौतियाँ
क्या हैं
?

उत्तर:
भारत में औद्योगिक
विकास की प्रमुख चुनौतियाँ हैं:

  • बुनियादी ढांचे की कमी: बिजली, परिवहन और संचार सुविधाओं का अभाव।
  • पर्यावरणीय नियमों का अनुपालन: उद्योगों के लिए पर्यावरणीय
    मानकों का पालन करना कठिन होता है।
  • वित्तीय संसाधनों की कमी: निवेश की कमी उद्योगों के विकास
    में बाधा बनती है।
  • तकनीकी सीमाएँ: अत्याधुनिक तकनीकों का अभाव
    भारतीय उद्योगों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पीछे करता है।

(ii) उद्योगों के विकास में सरकार की क्या भूमिका है?

उत्तर:
उद्योगों के विकास
में सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। सरकार औद्योगिक नीतियाँ बनाती है जो
घरेलू और विदेशी निवेश को बढ़ावा देती हैं। सरकार द्वारा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (
FDI)
को प्रोत्साहित किया
जाता है ताकि नई तकनीकें और वित्तीय संसाधन उद्योगों तक पहुंच सकें। इसके अलावा
,
सरकार औद्योगिक
क्षेत्रों में आधारभूत ढांचा
, जैसे
बिजली और परिवहन सुविधाएँ प्रदान करती है।

(iii) भारत में लघु उद्योगों की क्या भूमिका है?

उत्तर:
लघु उद्योग भारत की
अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये उद्योग बड़ी संख्या में
रोजगार के अवसर पैदा करते हैं
, विशेष
रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में। लघु उद्योग स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हैं और
आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देते हैं। ये उद्योग उत्पादन लागत को कम रखने और विदेशी
मुद्रा अर्जित करने में मदद करते हैं।

(Fill in the blanks)

(i) बिजली

(ii) श्रमिक

(iii) बाज़ार

(iv) खुदरा
विक्रेता

(v) उत्पाद

(vi) निर्माण

(vii) प्रदूषण


प्रोजेक्ट कार्य (Project
Work)

(i) ये कच्चे माल का किस रूप में उपयोग करते हैं?

उत्तर:
ये इकाइयाँ कच्चे माल
को तैयार उत्पाद में बदलने के लिए उपयोग करती हैं। यह उत्पादन प्रक्रियाओं में
मशीनरी
, मानव श्रम और अन्य
संसाधनों के संयोजन से वस्तुओं का निर्माण करती हैं।

(ii) औद्योगिक प्रक्रिया में अन्य निवेश क्या हैं जो
परिवहन लागत बढ़ाते हैं
?

उत्तर:
औद्योगिक प्रक्रिया
में अन्य निवेशों में आधुनिक मशीनरी
, नई तकनीक, और
कुशल श्रमिक शामिल हैं। ये निवेश परिवहन और उत्पादन लागत बढ़ाते हैं क्योंकि अधिक
उन्नत उपकरण और बेहतर संचार साधनों की आवश्यकता होती है।

(iii) क्या ये कारखाने पर्यावरण नियमों का पालन करते
हैं
?

उत्तर:
कारखानों को
पर्यावरणीय नियमों का पालन करना चाहिए। इसमें जल
, वायु और ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित
करने के लिए आवश्यक उपाय शामिल हैं
, जैसे कि अपशिष्ट प्रबंधन, उत्सर्जन को कम करना, और पुनर्चक्रण तकनीकें अपनाना।



 

Leave a Comment