Explore NCERT Class 10 Political Science Chapter 5: Outcomes
of Democracy, covering accountability, transparency, social diversity, and
economic growth.
Chapter 5 लोकतंत्र के परिणाम (Outcomes of
Democracy)
Class 10 NCERT Civics हिंदी: लोकतांत्रिक
राजनीति-2
Updated for 2024-2025 Exams
Concept Map:
लोकतंत्र के परिणाम (Outcomes of Democracy)
1. Introduction (परिचय):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracy is the best form of government as it ensures equality, freedom,
and better decision-making compared to other systems like dictatorships.
(लोकतंत्र
सबसे अच्छी शासन प्रणाली है क्योंकि यह समानता, स्वतंत्रता और अन्य प्रणालियों की तुलना में बेहतर
निर्णय लेने की प्रक्रिया सुनिश्चित करता है।)
2. Accountability and Responsiveness (उत्तरदायित्व और जवाबदेही):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracy ensures accountability as leaders are elected by the people and
are answerable to them.
(लोकतंत्र में
नेताओं को जनता द्वारा चुना जाता है और वे जनता के प्रति जवाबदेह होते हैं।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Free and Fair Elections (स्वतंत्र और
निष्पक्ष चुनाव): Leaders are accountable because they need to win
the public’s trust in elections.
(नेताओं को
जनता का विश्वास जीतने के लिए चुनाव में भाग लेना होता है।) - Public Participation (जनता की
भागीदारी): Citizens
participate in the decision-making process by voting and expressing their
views.
(नागरिक
मतदान और अपने विचार व्यक्त करके निर्णय प्रक्रिया में भाग लेते हैं।)
3. Transparency in Decision-Making (निर्णय लेने में पारदर्शिता):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracy ensures transparency by allowing citizens to access information
and hold the government accountable for its actions.
(लोकतंत्र
नागरिकों को जानकारी प्राप्त करने और सरकार को जिम्मेदार ठहराने का अधिकार
देता है, जिससे निर्णय
लेने में पारदर्शिता सुनिश्चित होती है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Right to Information (सूचना का
अधिकार): Citizens
can demand information about government decisions and activities.
(नागरिक
सरकार के निर्णय और कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।) - Public Debate (सार्वजनिक
बहस):
Democratic governments allow discussions on policies, ensuring
transparency and accountability.
(लोकतांत्रिक
सरकारें नीतियों पर बहस की अनुमति देती हैं, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होती है।)
4. Economic Growth and Development (आर्थिक विकास और प्रगति):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracies tend to achieve higher economic growth and development over
the long term, although the progress may be slower compared to
authoritarian regimes.
(लोकतंत्र में
आर्थिक विकास दीर्घकालिक होता है, हालांकि यह अधिनायकवादी शासन की तुलना में धीमा हो
सकता है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Inclusive Growth (समावेशी
विकास):
Democracies aim to ensure that economic benefits are shared equally among
all citizens.
(लोकतंत्र यह
सुनिश्चित करने का प्रयास करता है कि आर्थिक लाभ सभी नागरिकों के बीच समान
रूप से वितरित हो।) - Reduction of Inequality (असमानता में
कमी): While
democracy promotes equality, it may still face challenges in reducing
economic inequality.
(लोकतंत्र
समानता को बढ़ावा देता है, फिर भी आर्थिक असमानता को कम करने में चुनौतियों का
सामना कर सकता है।)
5. Social Diversity and Conflict Resolution (सामाजिक विविधता और संघर्ष समाधान):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracy provides a platform for peaceful conflict resolution by
accommodating social diversity and preventing violent clashes.
(लोकतंत्र
सामाजिक विविधता को स्वीकार कर शांतिपूर्ण संघर्ष समाधान का एक मंच प्रदान
करता है और हिंसक संघर्षों को रोकता है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Power Sharing (सत्ता का
बंटवारा):
Democracy ensures that power is shared among different groups, promoting
social harmony.
(लोकतंत्र
में सत्ता का बंटवारा विभिन्न समूहों के बीच किया जाता है, जिससे सामाजिक समरसता बढ़ती है।) - Majority Rule with Minority
Rights (अल्पसंख्यक अधिकारों के साथ बहुमत का शासन): Democracies balance the
interests of the majority while protecting minority rights.
(लोकतंत्र
बहुमत के हितों का ध्यान रखते हुए अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करता
है।)
6. Personal Freedoms and Dignity (व्यक्तिगत स्वतंत्रता और गरिमा):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Democracies emphasize individual freedoms and human dignity, ensuring that
every citizen is treated with respect.
(लोकतंत्र
व्यक्तिगत स्वतंत्रता और मानव गरिमा पर जोर देता है, जिससे प्रत्येक नागरिक का सम्मान सुनिश्चित
होता है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Freedom of Expression (अभिव्यक्ति
की स्वतंत्रता): Citizens
are free to express their opinions and criticize the government.
(नागरिक अपनी
राय व्यक्त करने और सरकार की आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हैं।) - Right to Equality (समानता का
अधिकार): All
citizens are treated equally, regardless of their caste, gender, or
religion.
(सभी
नागरिकों के साथ जाति, लिंग या धर्म के बावजूद समान व्यवहार किया जाता है।)
7. Challenges of Democracy (लोकतंत्र की चुनौतियाँ):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Despite its advantages, democracy faces challenges such as corruption,
inequality, and slow decision-making.
(अपने फायदों
के बावजूद, लोकतंत्र को
भ्रष्टाचार, असमानता और
धीमी निर्णय प्रक्रिया जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Corruption (भ्रष्टाचार): Corruption can weaken democratic
institutions and undermine public trust.
(भ्रष्टाचार
लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर कर सकता है और जनता के विश्वास को खत्म कर
सकता है।) - Decision-Making Delays (निर्णय लेने
में देरी): The need
for consensus and debate can slow down the decision-making process in
democracies.
(लोकतंत्र
में सहमति और बहस की आवश्यकता निर्णय लेने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती
है।)
8. Conclusion (निष्कर्ष):
- Main Idea (मुख्य विचार):
Democracy may have its shortcomings, but it remains the most effective
system for ensuring freedom, equality, and accountability.
(लोकतंत्र में
कुछ कमियां हो सकती हैं, लेकिन यह स्वतंत्रता, समानता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सबसे
प्रभावी प्रणाली बनी रहती है।)
प्रश्न 1:
लोकतंत्र किस तरह
उत्तरदायी, जिम्मेवार और वैध सरकार का गठन करता है?
उत्तर:
लोकतंत्र में
सरकार सीधे जनता के प्रति जिम्मेदार होती है क्योंकि चुनावों के माध्यम से सरकार
का गठन होता है। नेता जनता के प्रति जवाबदेह होते हैं और गलत निर्णयों पर उन्हें
सत्ता से हटाया जा सकता है। चुनावों में नागरिकों की भागीदारी से सरकार वैध होती
है, जो जनता के विश्वास पर आधारित होती है।
प्रश्न 2:
लोकतंत्र किन
स्थितियों में सामाजिक विविधता को सँभालता है और उनके बीच सामंजस्य बैठाता है?
उत्तर:
लोकतंत्र सामाजिक
विविधता को तब सँभालता है जब सभी समूहों को राजनीतिक प्रतिनिधित्व मिलता है।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया सत्ता में हिस्सेदारी के माध्यम से विविधता को स्वीकारती है
और यह सुनिश्चित करती है कि बहुमत के शासन में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की भी
रक्षा हो। सत्ता का विकेंद्रीकरण और सामूहिक निर्णय लेने की प्रक्रिया इस सामंजस्य
को बनाए रखने में मदद करती है।
प्रश्न 3:
निम्नलिखित कथनों
के पक्ष या विपक्ष में तर्क दें:
- औद्योगिक देश
ही लोकतांत्रिक व्यवस्था का भार उठा सकते हैं, पर गरीब देशों को आर्थिक विकास के लिए
तानाशाही चाहिए।
उत्तर (विपक्ष में):
लोकतंत्र न केवल
औद्योगिक देशों में सफल हो सकता है, बल्कि गरीब देशों में भी महत्वपूर्ण होता है। लोकतंत्र में
दीर्घकालिक विकास और समाज में समानता को बढ़ावा मिलता है, जबकि तानाशाही में अस्थिरता और
मानवाधिकारों का हनन हो सकता है।
- लोकतंत्र
अपने नागरिकों के बीच की असमानता को कम नहीं कर सकता।
उत्तर (पक्ष में):
लोकतंत्र में सभी
नागरिकों को समान अधिकार मिलते हैं, लेकिन सामाजिक और आर्थिक असमानताएँ बनी रहती हैं। ये
असमानताएँ विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य और
आर्थिक अवसरों में देखी जा सकती हैं।
- गरीब देशों
की सरकार को अपने ज़्यादा संसाधन गरीबी को कम करने और बुनियादी ढाँचे पर खर्च
करने चाहिए।
उत्तर (पक्ष में):
गरीब देशों में
सरकार को पहले गरीबी कम करने और बुनियादी आवश्यकताओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और खाद्य सुरक्षा पर ध्यान देना
चाहिए। इससे दीर्घकालिक विकास और समावेशी प्रगति सुनिश्चित होती है।
- नागरिकों के
बीच आर्थिक समानता अमीर और गरीब, दोनों तरह के लोकतांत्रिक देशों में है।
उत्तर (विपक्ष में):
लोकतांत्रिक देशों
में भी आर्थिक असमानता पाई जाती है। हालांकि लोकतंत्र में अवसरों की समानता की
कोशिश होती है, लेकिन व्यावहारिक रूप से आर्थिक असमानता
जारी रहती है।
- लोकतंत्र में
सभी को एक ही वोट का अधिकार है, इसका मतलब है कि लोकतंत्र में किसी तरह का प्रभुत्व और
टकराव नहीं होता।
उत्तर (विपक्ष में):
लोकतंत्र में सभी
को समान मतदान का अधिकार है, लेकिन फिर भी
राजनीतिक और आर्थिक प्रभुत्व और टकराव होते हैं। विभिन्न समूहों और वर्गों के
हितों के बीच संघर्ष बना रहता है।
प्रश्न 4:
नीचे दिए गए
ब्यौरों में लोकतंत्र की चुनौतियों की पहचान करें। ये स्थितियाँ किस तरह नागरिकों
के गरिमापूर्ण, सुरक्षित और शांतिपूर्ण जीवन के लिए
चुनौती पेश करती हैं। लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए नीतिगत-संस्थागत उपाय भी
सुझाएँ:
- उच्च
न्यायालय के निर्देश के बाद ओडिशा में दलितों और गैर-दलितों के प्रवेश के लिए
अलग-अलग दरवाज़े रखने वाले मंदिर को एक ही दरवाज़े से सबको प्रवेश की अनुमति
देनी पड़ी।
उत्तर:
यह स्थिति जातिगत
भेदभाव को दर्शाती है, जो लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है।
इसे समाप्त करने के लिए कानूनों का सख्ती से पालन और सामाजिक जागरूकता अभियान
चलाने की आवश्यकता है।
- भारत के
विभिन्न राज्यों में बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं।
उत्तर:
यह आर्थिक असमानता
और कृषि संकट का संकेत है। किसानों के लिए बेहतर आर्थिक नीतियाँ, ऋण माफी, और उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार द्वारा ठोस कदम
उठाए जाने चाहिए।
- जम्मू-कश्मीर
के गंडवारा में मुठभेड़ बताकर जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा तीन नागरिकों की
हत्या करने के आरोप को देखते हुए इस घटना की जाँच के आदेश दिए गए।
उत्तर:
यह मानवाधिकारों
का उल्लंघन है, जो लोकतंत्र में स्वीकार्य नहीं है। ऐसे
मामलों की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए ताकि जनता
का विश्वास लोकतंत्र में बना रहे।
प्रश्न 5:
लोकतांत्रिक
व्यवस्थाओं के संदर्भ में इनमें से कौन-सा विचार सही है?
- लोकतांत्रिक
व्यवस्थाओं ने सफलतापूर्वक: - लोगों के
बीच टकराव को समाप्त कर दिया है। - लोगों के
बीच की आर्थिक असमानताएँ समाप्त कर दी हैं। - हाशिए के
समूहों से कैसा व्यवहार हो, इस बारे में सारे मतभेद मिटा दिए हैं। - राजनीतिक
गैर-बराबरी के विचार को समाप्त कर दिया है।
उत्तर:
लोकतंत्र ने टकराव
और असमानताओं को पूरी तरह समाप्त नहीं किया है, लेकिन इसने इन समस्याओं का समाधान करने के प्रयास किए हैं।
लोकतंत्र में अब भी सुधार की आवश्यकता है।
प्रश्न 6:
लोकतंत्र के
मूल्यांकन के लिहाज से इनमें कोई एक चीज़ लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के अनुरूप नहीं
है। उसे चुनें:
(क) स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव
(ख) व्यक्ति की
गरिमा
(ग) बहुसंख्यकों का
शासन
(घ) कानून के समक्ष
समानता
उत्तर:
(ग) बहुसंख्यकों का
शासन
प्रश्न 7:
लोकतांत्रिक
व्यवस्था के राजनीतिक और सामाजिक असमानताओं के बारे में किए गए अध्ययन बताते हैं
कि:
- लोकतंत्र और
विकास साथ ही चलते हैं। - लोकतांत्रिक
व्यवस्थाओं में असमानताएँ बनी रहती हैं। - तानाशाही में
असमानताएँ नहीं होतीं। - तानाशाहियाँ
लोकतंत्र से बेहतर साबित हुई हैं।
उत्तर:
लोकतांत्रिक
व्यवस्थाओं में असमानताएँ बनी रहती हैं, लेकिन दीर्घकालिक विकास और सामाजिक प्रगति के लिए लोकतंत्र
सबसे अच्छा विकल्प है। तानाशाही में असमानताएँ समाप्त नहीं होतीं और अक्सर
मानवाधिकारों का हनन होता है।