“Explore NCERT Class 10 Political Science Chapter 3 on
caste, religion, and gender issues in Indian democracy, and their impact on
politics.”
Chapter 3 जाति, धर्म, और लैंगिक मसले (Gender, Religion,
and Caste)
Class 10 NCERT Civics हिंदी: लोकतांत्रिक
राजनीति-2
Updated for 2024-2025 Exams
Concept Map:
जाति, धर्म, और लैंगिक मसले (Caste, Religion, and Gender Issues)
1. Introduction (परिचय):
- Main Idea:
This chapter discusses how caste, religion, and gender influence Indian
politics and democracy.
(यह अध्याय
वर्णन करता है कि कैसे जाति, धर्म, और लिंग भारतीय राजनीति और लोकतंत्र को प्रभावित करते
हैं।)
2. Caste and Politics (जाति और राजनीति):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Caste plays a major role in Indian politics, influencing voting patterns
and political representation.
(भारतीय
राजनीति में जाति महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिससे मतदान के रुझान और राजनीतिक प्रतिनिधित्व
प्रभावित होते हैं।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Political Mobilization of Caste (जाति का
राजनीतिक संगठन) - Caste-based Political Parties (जाति आधारित
राजनीतिक दल) - Reservation Policies (आरक्षण
नीतियाँ)
3. Religion and Politics (धर्म और राजनीति):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Religion affects politics through communalism, secularism, and policies
that balance religious interests.
(धर्म, सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्षता और धार्मिक हितों को
संतुलित करने वाली नीतियों के माध्यम से राजनीति को प्रभावित करता है।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Communalism (सांप्रदायिकता):
Mixing
religion with politics can lead to division and conflict.
(धर्म को राजनीति
में मिलाने से विभाजन और संघर्ष उत्पन्न हो सकता है।) - Secularism (धर्मनिरपेक्षता): India practices secularism where
all religions are treated equally.
(भारत में
सभी धर्मों को समान माना जाता है।)
4. Gender and Politics (लिंग और राजनीति):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Gender inequality in politics is evident, and efforts are made to promote
women’s representation and rights.
(राजनीति में
लिंग असमानता स्पष्ट है, और महिलाओं के प्रतिनिधित्व और अधिकारों को बढ़ावा
देने के प्रयास किए जाते हैं।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Political Representation of Women
(महिलाओं का
राजनीतिक प्रतिनिधित्व) - Gender-based Discrimination (लिंग आधारित
भेदभाव) - Feminist Movements (नारीवादी
आंदोलनों का महत्व)
5. Intersectionality (अंतर्विभाजन):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Caste, religion, and gender often intersect, creating complex layers of
discrimination and political mobilization.
(जाति, धर्म, और लिंग अक्सर मिलकर जटिल भेदभाव और राजनीतिक संगठनों
को जन्म देते हैं।) - Key Concepts (मुख्य
अवधारणाएँ): - Overlapping Discrimination (मिलजुलकर
भेदभाव) - Identity Politics (पहचान की
राजनीति)
6. Conclusion (निष्कर्ष):
- Main Idea (मुख्य
विचार):
Indian democracy continues to evolve in addressing caste, religious, and
gender issues, aiming for equality and justice.
(भारतीय लोकतंत्र
जाति, धर्म, और लिंग से जुड़े मुद्दों को हल
करने के लिए निरंतर विकसित हो रहा है, और समानता व न्याय की दिशा में प्रयास कर रहा है।)
प्रश्न 1:
जीवन के उन
विभिन्न पहलओं का जिक्र करें जिनमें भारत में स्त्रियों के साथ भेदभाव होता है या
वे कमज़ोर स्थिति में होती हैं।
उत्तर:
भारत में
स्त्रियों के साथ विभिन्न क्षेत्रों में भेदभाव होता है, जैसे:
- शिक्षा: लड़कियों की
शिक्षा पर कम ध्यान दिया जाता है। - रोजगार: पुरुषों की
तुलना में महिलाओं को कम वेतन और कम अवसर मिलते हैं। - राजनीति: महिलाओं का राजनीतिक
प्रतिनिधित्व सीमित है। - घरेलू कार्य: महिलाओं पर
घर की जिम्मेदारी अधिक होती है, जिससे वे कामकाजी जीवन में पिछड़ जाती हैं।
प्रश्न 2:
विभिन्न तरह की
सांप्रदायिक राजनीति का ब्यौरा दें और सबके साथ एक-एक उदाहरण भी दें।
उत्तर:
सांप्रदायिक
राजनीति के प्रकार:
- धार्मिक
सांप्रदायिकता: इसमें एक धर्म को अन्य धर्मों से श्रेष्ठ माना जाता
है। उदाहरण: 1947 का भारत
विभाजन। - धर्मनिरपेक्षता: इसमें सभी
धर्मों को समान माना जाता है। उदाहरण: भारतीय संविधान। - सांप्रदायिक
हिंसा: धार्मिक
समूहों के बीच हिंसा भड़काना। उदाहरण: 2002 गुजरात दंगा।
प्रश्न 3:
बताइए कि भारत में
किस तरह अभी भी जातिगत असमानताएँ जारी हैं।
उत्तर:
भारत में जातिगत
असमानताएँ अभी भी जारी हैं:
- शिक्षा और
रोजगार में भेदभाव: निचली जातियों के लोग अक्सर शिक्षा और रोजगार में
भेदभाव का सामना करते हैं। - सामाजिक
अलगाव: कुछ स्थानों
पर दलितों को मंदिरों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। - हिंसा: ग्रामीण
इलाकों में जाति आधारित हिंसा की घटनाएँ होती रहती हैं।
प्रश्न 4:
दो कारण बताएँ कि
क्यों सिर्फ़ जाति के आधार पर भारत में चुनावी नतीजे तय नहीं हो सकते।
उत्तर:
- विविध जातीय
समूह: भारत में कई
जातीय समूह हैं, इसलिए केवल
एक जाति के वोट से चुनावी नतीजे तय नहीं होते। - अन्य मुद्दे: जाति के
अलावा विकास, रोजगार और
स्थानीय मुद्दे भी चुनावों को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 5:
भारत की
विधायिकाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति क्या है?
उत्तर:
भारत की
विधायिकाओं में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है। संसद और विधानसभाओं में
पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या काफी कम है। महिला आरक्षण के लिए 33% आरक्षण का प्रस्ताव भी है, लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।
प्रश्न 6:
किन्हीं दो
प्रावधानों का जिक्र करें जो भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाते हैं।
उत्तर:
- संविधान के
अनुच्छेद 25-28: ये अनुच्छेद भारत के सभी नागरिकों
को किसी भी धर्म को मानने, अभ्यास करने और प्रचार करने का अधिकार देते हैं। - धर्मनिरपेक्ष
राज्य: भारतीय राज्य
का कोई आधिकारिक धर्म नहीं है, और सभी धर्मों के प्रति समान व्यवहार किया जाता है।
प्रश्न 7:
जब हम लैंगिक
विभाजन की बात करते हैं तो हमारा अभिप्राय होता है:
(क) स्त्री और पुरुष के बीच जैविक अंतर
(ख) समाज द्वारा
स्त्री और पुरुष को दी गई असमान भूमिकाएँ
(ग) बालक और
बालिकाओं की संख्या का अनुपात
(घ) लोकतांत्रिक
व्यवस्थाओं में महिलाओं को मतदान का अधिकार न मिलना
उत्तर:
(ख) समाज द्वारा
स्त्री और पुरुष को दी गई असमान भूमिकाएँ
प्रश्न 8:
भारत में कहाँ
औरतों के लिए आरक्षण की व्यवस्था है:
(क) लोकसभा
(ख) विधानसभा
(ग) मंत्रिमंडल
(घ) पंचायत राज की
संस्थाएँ
उत्तर:
(घ) पंचायत राज की
संस्थाएँ
प्रश्न 9:
सांप्रदायिक
राजनीति के अर्थ संबंधी निम्नलिखित कथनों पर गौर करें। सांप्रदायिक राजनीति इस
धारणा पर आधारित है कि:
(अ) एक धर्म दूसरों से श्रेष्ठ है।
(ब) विभिन्न धर्मों
के लोग समान नागरिक के रूप में खुशी-खुशी साथ रह सकते हैं।
(स) एक धर्म के
अनुयायी एक समुदाय बनाते हैं।
(द) एक धार्मिक
समूह का प्रभुत्व बाकी सभी धर्मों पर कायम करने में शासन की शक्ति का प्रयोग नहीं
किया जा सकता।
इनमें से कौन या
कौन-कौन सा कथन सही है?
(क) अ, ब, स और द
(ख) अ, ब और द
(ग) अ और स
(घ) ब और द
उत्तर:
(ग) अ और स
प्रश्न 10:
भारतीय संविधान के
बारे में इनमें से कौन सा कथन गलत है?
(क) यह धर्म के आधार पर भेदभाव की मनाही
करता है।
(ख) यह एक धर्म को
राजकीय धर्म बताता है।
(ग) यह सभी लोगों
को कोई भी धर्म मानने की आज़ादी देता है।
(घ) यह किसी
धार्मिक समुदाय में सभी नागरिकों को बराबरी का अधिकार देता है।
उत्तर:
(ख) यह एक धर्म को
राजकीय धर्म बताता है।
प्रश्न 11:
……………………….
पर आधारित सामाजिक
विभाजन सिर्फ भारत में ही है।
उत्तर:
जाति
प्रश्न 12:
सूची I और सूची II का मेल कराएँ और नीचे दिए गए कोड के आधार
पर सही जवाब खोजें:
सूची I
- अधिकारों और
अवसरों के मामले में स्त्री और पुरुष की बराबरी मानने वाला व्यक्ति - धर्म को
समुदाय का मुख्य आधार मानने वाला व्यक्ति - जाति को
समुदाय का मुख्य आधार मानने वाला व्यक्ति - व्यक्तियों
के बीच धार्मिक आस्था के आधार पर भेदभाव न करने वाला व्यक्ति
सूची II
(क) सांप्रदायिक
(ख) नारीवादी
(ग) धर्मनिरपेक्ष
(घ) जातिवादी
उत्तर:
(सा) ख ग क घ